Collection of Hindi Shayari,Desh Bhakti Shayari,Sad Shayari, Motivational Shayari
Sad Shayari
ये सच हैं, की उससे मेने कभी कुछ कहां नही
और ये भी सच है की उससे छुपा भी कुछ नहीं हैमैं पीछे मुड़ के देख भी लेता
पर अब देखने को वापस बचा भी कुछ नहीं है
Sad Shayari
शायद, तुझे अब इतना मैं याद नहीं करता
कीमती है बहुत, वक्त बर्बाद नही करतातूझसे दूर होकर, ऐसा नहीं मैं कम बोलता हूं
बाते करता हूं, बस तेरे साथ नही करता
काम वही करता अब जो परिवार के लिए जरूरी है, फिर
उसमें सुख आए या दुख हिसाब नही करता
Sad Shayari
जिंदगी की मशीन ख़राब हो गई है
अब हर मर्ज की दवा शराब हो गई है
जुठला कर नाकामी को लोग खुश रह लेते है
खुद को अंधेरे मे रखना अब उनकी अदा हो गई है
Motivational Shayari
जब कुछ ना हो, तब कहां कुछ नज़र आता है
अपने घर से निकलो , तब बाज़ार नज़र आता है
पर्दा डाल गलतियों पर, तू बच तो जाता है, पर मत भूल
जब बादल छटते है तब आसमान नजर आता है
Sad Shayari
साफ़ मौसम मे निकले चांद की तरह
मुस्कान उसकी हसीं है, बारिशों मे शाम की तरह
ज़माना हो गया उनसे मिले
जब मिले, तो मिले भी अंजान की तरह
मुस्कान उसकी हसीं है, बारिशों मे शाम की तरह
ज़माना हो गया उनसे मिले
जब मिले, तो मिले भी अंजान की तरह
Love Shayari
तुम सभी मे अलग ही दिखती हो,
इस भीड़ मे कभी तू देख ना मुझको।
हां लोग मरते होंगे लाख तुझपर,
मैं तो जी उठता हूं देख कर तुझको।।
Motivational Shayari
अंधेरी यह राह पर,
पहले खुद से तू सवाल कर
की मंजिल तेरी क्या है,
सफर से तू ये बात कर
कदम उठा हिसाब कर,
नदी से तू सैलाब बन
आसमान छू कर
बाद मे भगवान बन
खुद की तू मदद कर , और
पहले तू इंसान बन, पहले तू इंसान बन
Sad Shayari
जिक्र हुआ तेरा तो जज्बातों का सैलाब आया
क्यूं हो रही है बारिश, आंखों पे सवाल आया
हां तुझसे लड़कर तुझे बुरा बताया था मैने
बदनसीब, मैं खुद के ही पैर पे कुल्हाड़ी मार आया
Desh Bhakti Shayari
सबके मन मे द्वेष भरा, इन रंगों की लड़ाई मे
भारत के हिस्से हो गए, इन धर्मो की लड़ाई मे
भूल गए हम उन बलिदानों को , क्या हुई उनकी भरपाई है
स्वत्रंता सेनानियो की जलती चिता के बदले ही हम सब से आजादी पाई है.
Motivational Shayari
जब उनसे मिलूंगा तो उनको क्या कहूंगा मैं
पूरी जिंदगी किसी और के सहारे चला हूं मैं
मेरे पापा कहते है कुछ तो खास करूंगा मैं
अतीत के पन्नो से निकल कर इतिहास लिखूंगा मैं
निकल चला हूं अब, अपनी कहानी खुद लिखूंगा मैं
Motivational Shayari
कभी तुम भी उठो निशाना लगाने
हवाओं के भरोसे कब तक बैठोगे
कभी उन्हें भी लाना बागो को महकाने
आखिर इन फूलों के भरोसे कब तक बैठोगे
कुछ जुगनू बचा लो रात के लिए
इस सूरज के भरोसे कब तक बैठोगे
कुएं से पानी खुद भी खींचना होगा
आखिर इन बादलों के भरोसे कब तक बैठोगे
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4 Comments
nice
ReplyDeleteThankyou
DeleteNice thanks for sharing, Nice Motivational Shayari
ReplyDeleteThanku
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